Thursday 8 September 2011


मेरठ। दिल्ली हाइकोर्ट के बाहर बुधवार को हुए बम धमाके में मारे गए कारी निजामुद्दीन के धेवते सलीम की मानें तो तबाही मचाने वाले दो शख्स पैंट-शर्ट में नहीं, बल्कि कुर्ता-पायजामा पहने थे। सलीम ने इनके हाथों में ब्रीफकेस भी देखने का दावा किया है।
विस्फोट के वक्त हाइकोर्ट परिसर में अपने नाना निजामुद्दीन के साथ मौजूद सलीम उर्फ कल्लू ने घटनास्थल का कुछ-कुछ आंखों देखा हाल बयां किया है। सलीम अपने नाना और भाई नईम के साथ पास बनवाने के लिए करीब घंटेभर से लाइन में खड़े थे। इस बीच नाना ने उसे चेंबर की ओर यह देखने भेजा कि वकील बैठे हैं या नहीं।
सलीम की मानें तो इस बीच दो संदिग्ध व्यक्ति कुर्ता-पायजामा पहने आए। इनमें से एक के हाथ में ब्रीफकेस था, जबकि एक के चेहरे पर हल्की दाढ़ी भी थी। दोनों लाइन तोड़कर आगे घुस गए। इनमें से एक व्यक्ति बार-बार आगे-पीछे भी गया। बाद में दोनों गायब हो गए।
इस बीच सलीम वकील के चेंबर की ओर चला गया। कुछ मिनटों बाद काउंटर के पास तेज धमाका हुआ और चारों ओर धुआं व गुबार फैल गया। बदहवास सलीम काउंटर की ओर भागा, जहां नाना और भाई नईम नजर नहीं आए।
सलीम का दावा है कि धमाके के बाद टीवी चैनलों ने विस्फोट करने वालों को सफेद शर्ट पहने बताया, लेकिन उसे अच्छी तरह याद है कि काउंटर के पास ब्रीफकेस लेकर आए दोनों व्यक्ति कुर्ता-पायजामा पहने थे। हालांकि वह यह दावा नहीं कर सकता कि विस्फोट को इन्हीं दोनों ने किया। उसने यह भी कहा कि यदि पुलिस इस संबंध में उससे सहयोग चाहेगी तो वह हर वक्त तैयार है।

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