Thursday 8 September 2011


विस्फोट से दहली दिल्ली

राजधानी नई दिल्ली बुधवार को एकबार फिर विस्फोट से दहल गई। आतंकियों ने इस बार दिल्ली हाईकोर्ट को निशाना बनाया। बुधवार को हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच पर हुए विस्फोट में नौ लोग मारे गए और 50 से अधिक घायल हो गए। घायलों में कई की हालत गंभीर है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आतंकी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की है। इस आतंकी हमले में किस आतंकी संगठन का हाथ है यह अभी पता नहीं चल पाया है। मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ ले लिया है। गौरतलब है कि सिर्फ तीन महीने पहले ही आतंकियों ने कोर्ट परिसर में विस्फोट किया था लेकिन पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने इससे कोई सबक नहीं लिया। आखिर कब तक बेगुनाह लोग अपनी जान इस तरह गवाते रहेंगे और सरकार सोती रहेगी

नई दिल्ली। दिल्ली और मुंबई के मीडिया संस्थानों को इंडियन मुजाहिदीन के 'छोटू' द्वारा गुरुवार को कथित रूप से लिखित एक नया ई-मेल मिला है जिसमें दिल्ली हाईकोर्ट में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी ली गई है। इस ई-मेल में चेताया गया कि एक शॉपिंग मॉल में एक और विस्फोट होगा।
इस मेल को 'छोटूमिनानीफाइव एटदिरेट जीमेल डॉट काम' से भेजा गया और यह दोपहर 12 बजकर 37 मिनट पर मिला। इसमें दावा किया गया कि हरकत उल जेहादी इस्लामी की विस्फोट में कोई भूमिका नहीं है और इसे इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया है। ई-मेल में स्पष्ट तौर पर बताया गया कि उन्होंने विस्फोट के लिए चुना क्योंकि हाईकोर्ट में यह व्यस्त दिन होता है और इस दिन काफी भीड़ होती है। दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार को जनहित याचिकाओं पर सुनवाई होती है। इस मेल में दावा किया गया कि एक शॉपिंग मॉल में एक और विस्फोट को अंजाम दिया जाएगा।
उधर, गृह मंत्रालय में सचिव [आंतरिक सुरक्षा] यूके बंसल ने संवाददाताओं से कहा, 'हम मीडिया संस्थानों को मिले ई-मेल की जांच कर रहे हैं। इसकी विश्वसनीयता और सत्यता के बारे में और [हम इसे] गंभीरता से ले रहे हैं।' राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी [एनआईए] सहित सभी सुरक्षा एजेंसियां इस मेल पर गौर कर रही हैं लेकिन यह जानने की कोशिश की जा रही है कि क्या यह असली मेल है या किसी ने शरारत की है।
सूत्रों ने कहा कि यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि यह मेल कहां से भेजा गया और अगर जरूरत पड़ी तो सेवा प्रदाता गूगल से भी संपर्क किया जाएगा। यह ताजा मेल हालांकि इंडियन मुजाहिदीन द्वारा वाराणसी और दिल्ली में विस्फोटों की जिम्मेदारी लेने के लिए किए गए मेल जैसा नहीं दिखता है।
गौरतलब है कि कुछ मीडिया संस्थानों में बांग्लादेश के आतंकी संगठन द्वारा कल कथित रूप से ई-मेल भेजा गया था। इस मेल में हरकत उल जेहादी इस्लामी [हूजी] ने विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी जिसमें 12 लोग मारे गए और 70 से अधिक घायल हुए। हूजी द्वारा कल भेजे गए मेल में कहा गया, 'हम दिल्ली के हाईकोर्ट में आज हुए विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हैं। हमारी मांग है कि अफजल गुरू की मौत की सजा तुरंत खत्म होनी चाहिए, हम प्रमुख उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट को निशाना बनाएंगे।'

मेरठ। दिल्ली हाइकोर्ट के बाहर बुधवार को हुए बम धमाके में मारे गए कारी निजामुद्दीन के धेवते सलीम की मानें तो तबाही मचाने वाले दो शख्स पैंट-शर्ट में नहीं, बल्कि कुर्ता-पायजामा पहने थे। सलीम ने इनके हाथों में ब्रीफकेस भी देखने का दावा किया है।
विस्फोट के वक्त हाइकोर्ट परिसर में अपने नाना निजामुद्दीन के साथ मौजूद सलीम उर्फ कल्लू ने घटनास्थल का कुछ-कुछ आंखों देखा हाल बयां किया है। सलीम अपने नाना और भाई नईम के साथ पास बनवाने के लिए करीब घंटेभर से लाइन में खड़े थे। इस बीच नाना ने उसे चेंबर की ओर यह देखने भेजा कि वकील बैठे हैं या नहीं।
सलीम की मानें तो इस बीच दो संदिग्ध व्यक्ति कुर्ता-पायजामा पहने आए। इनमें से एक के हाथ में ब्रीफकेस था, जबकि एक के चेहरे पर हल्की दाढ़ी भी थी। दोनों लाइन तोड़कर आगे घुस गए। इनमें से एक व्यक्ति बार-बार आगे-पीछे भी गया। बाद में दोनों गायब हो गए।
इस बीच सलीम वकील के चेंबर की ओर चला गया। कुछ मिनटों बाद काउंटर के पास तेज धमाका हुआ और चारों ओर धुआं व गुबार फैल गया। बदहवास सलीम काउंटर की ओर भागा, जहां नाना और भाई नईम नजर नहीं आए।
सलीम का दावा है कि धमाके के बाद टीवी चैनलों ने विस्फोट करने वालों को सफेद शर्ट पहने बताया, लेकिन उसे अच्छी तरह याद है कि काउंटर के पास ब्रीफकेस लेकर आए दोनों व्यक्ति कुर्ता-पायजामा पहने थे। हालांकि वह यह दावा नहीं कर सकता कि विस्फोट को इन्हीं दोनों ने किया। उसने यह भी कहा कि यदि पुलिस इस संबंध में उससे सहयोग चाहेगी तो वह हर वक्त तैयार है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राष्ट्रीय जांच एजेंसी [एनआइए] व स्पेशल सेल की टीम ने गुरुवार को दोबारा हाईकोर्ट के पास बम धमाके के घटनास्थल पर पहुंच कर बम व मानव शरीर के टुकड़े और कपड़े के टुकड़े एकत्र किए। दिल्ली हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच पर विजिटर्स पास काउंटर के पास बुधवार को हुआ ब्रीफकेस बम धमाका बेहद शक्तिशाली था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मानव शरीर के टुकड़े दूर-दूर तक जा गिरे थे।
बुधवार को भी धमाके के बाद घटनास्थल पर पहुंची एनआइए समेत दिल्ली पुलिस की तमाम एजेंसियों ने दिनभर मानव शरीर के टुकड़े व बम में प्रयोग किए गए सामान आदि के नमूने एकत्र किए थे। सूत्रों के मुताबिक एनआइए की टीम गुरुवार सुबह करीब छह बजे ही घटनास्थल पर पहुंच गई थी। वह अपने साथ हाईड्रोलिक लिफ्ट भी लेकर आई थी। कुछ देर बाद वहां दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम भी पहुंच गई। दोनों टीमें करीब सात घंटे तक घटनास्थल के आसपास चप्पे-चप्पे की तलाशी लेतीं रहीं। इस दौरान एनआइए को कई लोगों के पैर व शरीर के अन्य हिस्से मिले। हाईड्रोलिक लिफ्ट के जरिए एनआइए ने पास काउंटर की छत व आसपास के पेड़ों पर फंसे मांस के टुकड़े, कपड़े व अन्य चीजों के नमूने लिए।
दूर तक फैली थी दुर्गध
गुरुवार को हाइकोर्ट के गेट नंबर पांच के पास जगह-जगह मांस के लोथड़े व खून से दूर-दूर तक दुर्गध फैली थी। दिल्ली हाईकोर्ट के विजिटर्स पास काउंटर गेट नंबर पांच के पास बम धमाका होने से नौ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए थे। उनके शरीर के चिथड़े दूर-दूर तक फैल गए थे। घटना के 24 घंटे बाद भी गुरुवार को वहां का नजारा देख रोंगटे खड़े हो जा रहे थे।